'मिनी बैंक' से कम नहीं है महिलाओं की किटी पार्टी, बचत और एकमुश्त पैसे पाने का है बेहतरीन जरिया
आम तौर पर किटी पार्टी को शहरी महिलाओं के लिए मौज-मस्ती का जरिया माना जाता है, लेकिन ऐसा है नहीं.
महिलाओं की किटी पार्टी में एक बजट कमेटी बनाई जाती है (फाइल फोटो).
महिलाओं की किटी पार्टी में एक बजट कमेटी बनाई जाती है (फाइल फोटो).
आम तौर पर किटी पार्टी (Kitty Party) को शहरी महिलाओं के लिए मौज-मस्ती का जरिया माना जाता है, लेकिन ऐसा है नहीं. आज महिलाओं की किटी पार्टी बचत और एकमुश्त पैसे पाने का बेहतरीन जरिया बन गई है और यही वजह है कि छोटे शहरों और कस्बों में भी किटी पार्टी तेजी से लोकप्रिय हुई है.
महिलाओं की किटी पार्टी में एक बजट कमेटी (BC) बनाई जाती है. इसमें कुछ महिलाएं निश्चित राशि देकर एक फंड तैयार करती हैं, और इस फंड को कमेटी की किसी एक महिला को दे दिया जाता है. हर महीने अलग-अलग महिला को ये फंड दिया जाता है और इस तरह ये चक्र पूरा हो जाता है.
कैसे काम करती है किटी
सबसे पहले ऐसी महिलाओं का ग्रुप बनाया जाता है, जिनमें सभी को एक दूसरे पर भरोसा है. आमतौर पर किटी में 12 महिलाएं होती हैं, ताकि एक साल का चक्र पूरा किया जा सके. अब मान लीजिए कि सभी को 5000 रुपये का योगदान करना है. इस तरह 60000 रुपये का फंड तैयार होगा. ये फंड आपसी सहमति या ड्रॉ द्वारा किसी एक महिला को दे दिया जाता है.
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इसके लिए किटी में ही किसी एक महिला को कॉर्डिनेटर बनाया जाता है. जो सभी को बुलाने, तारीख तय करने और पेमेंट लेने का काम करती हैं. जिस महिला को फंड मिलता है, उस बार किटी पार्टी का खर्च वो उठाती हैं. इस तरह किटी पार्टी महिलाओं द्वारा आपस में मेलजोल बढ़ाने और बचत करने का एक बेहतरीन जरिया बन गया है.
02:33 PM IST